भोपाल। संगोष्ठी का विषय अत्यन्त ज्वलंत है। सबकुछ बहुत तेजी से बदल रहा है। इस समय दुनिया डिजिटलाइजेशन की ओर तेजी से बढ़ रही है। आज हर स्तर पर तकनीकी का प्रयोग हो रहा है, मानो तकनीकी मानवता को प्रतिस्थापित कर रही है। आज के इस परिवर्तन के चलते स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय सभी तकनीकी पर फोकस कर रहे हैं। उद्योग '4.0' के लिए हमें करके सीखने के सूत्र को अपनाने की जरूरत है। यह बात यूनेस्को-यूनिवॉक, जर्मनी के पूर्व प्रमुख डॉ. श्यामल मजूमदार ने पीएसएस केन्द्रीय व्यवसायिक शिक्षा संस्थान में मंगलवार को आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के शुभारंभ अवसर पर कही। इस अवसर पर उन्होंने प्रजेटेंशन के माध्यम से वर्तमान में व्यावसायिक शिक्षा के महत्व और बाजार के अनुसार कार्यबल की मांग के बारे में भी जानकारी दी। संगोष्ठी में विशेषज्ञों ने ‘‘री-इमेजनिंग टेक्निकल वोकेशनल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग फॉर द चेंजिंग वर्ल्ड: पर्सपेक्टिव्स एंड प्रैक्टिसेस’’ विषय पर अपने विचार व्यक्त किए।
उद्योग '4.0' के लिए हमें जीवन में सतत सीखने का सूत्र अपनाना चाहिए: डॉ. मजूमदार